फिर बदला सिस्टम बिना टोकन की होगी खरीद सरकार का नया नियम
आज हम बात करेंगे धान के टोकन के बारे में जो कि यह समस्या
बहुत ज्यादा हो गई है कि धान को हम मंडी में जब बेचने जाते हैं तो
हमें टोकन की व्यवस्था करनी पड़ती है और टोकन निकालने में
हमें रात में जागना पड़ता है जो कि रात में जगने के बाद भी हमें तो
कि नहीं मिल पाता और जब हम निकालने की कोशिश भी करते हैं
तो जितनी मात्रा में हमें तो इनकी जरूरत है उतनी मात्रा में हमें तो
कि नहीं मिल पाता तो यह सारा सिस्टम अब फिर से बंद हो चुका है
और आप जैसे आप पहले बेच रहे थे वैसे ही आप बेच पाओगे वहां पर
यह बताने वाला हूं कि आप टॉक इन गायों सिस्टम में वह खत्म हो
चुका है पूरी तरह से अब सिस्टम चालू हो चुका है कि आप दोबारा
ऑनलाइन स्तर पर ही अपना ध्यान है वह बेचने पाओगे तो यह
समस्या काफी देखने को मिल रही थी और आपने देखी भी होगी कि
टोकन नहीं काट पा रहे थे और टॉक इन काटने की वजह से हमारा
बहुत समस्या में सामना करना पड़ा था
इसका मतलब यह है कि आपने जो धान का पंजीकरण कराया है सत्यपित और उसका पंजीकरण सफलतापूर्वक हो चुका है उसके बाद सत्यपित कर दिया है सतत करने के बाद आप डायरेक्ट किसी भी सेंटर पर ले जाकर अपना धान बेच सकते हैं और किसी भी स सम्स्या आती है तो यहां पर टोल फ्री नंबर 1076 पर कॉल करके अपनी समस्या का समाधान नहीं हो सकते हैं अब दोबारा से ऑफलाइन कर दी गई है और यहां से बेच सकते हैं