Nomad t-shirt and deep top banned for students in KGMU, learn new dress code
KGMU के छात्र और रेजिडेंट डॉक्टर अब क्लास और डिपार्टमेंट में ड्यूटी के दौरान जींस और डीप नेक टॉप नहीं पहन सकेंगे. केजीएमयू प्रशासन ने मंगलवार को नए ड्रेस कोड की घोषणा की है। ये नियम एमबीबीएस, बीडीएस, एमडी, एमडीएस, एमएस, नर्सिंग और पैरामेडिकल समेत सभी कोर्स पर लागू होंगे ।
यूपी के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में अब जींस-टी शर्ट पहनने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. प्रशासन के आदेश पर छात्र शर्ट-पैंट पहनेंगे, जबकि छात्राएं सलवार कमीज के साथ पैंट और लेगिंग भी पहन सकेंगी.
केजीएमयू में यह नियम पहले से ही लागू है
केजीएमयू प्रशासन ने मेडिकल छात्रों के ड्रेस कोड में बड़ा बदलाव किया है. हालांकि केजीएमयू कैंपस में पुराने डॉक्टरों के लिए यह प्रतिबंध पहले से ही लागू है । अब ये नियम नए रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए भी लागू कर दिया गया है।
केजीएमयू के प्रोफेसर आरएन श्रीवास्तव ने कहा कि मेडिकल के छात्र अगर मरीजों के बीच जाएं तो जरूरी है कि वे आम आदमी से अलग डॉक्टर की तरह दिखें. इसलिए यह नियम लागू किया गया है। वहीं, पहचान के लिए नेम प्लेट सिस्टम भी है। इसमें छात्र का नाम और बैच लिखा होगा। यह बैच डीएसडब्ल्यू कार्यालय द्वारा दिया जाएगा। यह आईडी खास बारकोड की होगी।
केजीएमयू का नया ड्रेस कोड
केजीएमयू में नए छात्रों की इंडक्शन मीट के मौके पर नए ड्रेस कोड की घोषणा की गई है । नए नियम के तहत सभी को सफेद एप्रन के साथ नेम प्लेट और आई कार्ड पहनना अनिवार्य होगा। यह भी कहा गया है कि विश्वविद्यालय परिसर में कभी भी औचक निरीक्षण किया जा सकता है.
हालांकि एक रिपोर्ट के मुताबिक लखनऊ के मशहूर पीजीआई और लोहिया में यह व्यवस्था पहले से लागू है. लोहिया संस्थान में एमबीबीएस छात्रों के लिए एप्रन और फॉर्मल ड्रेस पहनने का भी नियम है।